नन्ही सी हो तुम फिर भी सबका मन मोह लेती हो
परी सी लगती हो जब खिलखिला कर हंसती हो
बित्ते भर की हो फिर भी बडी समझदार सी लगती हो
इतनी तकलीफ़ मेँ भी मुस्कुराती रहती हो
ए बीटिया ! कैसे इतना तुम सह लेती हो
कभी बडा प्यार आता है तुम पर
कभी बरस तुम पर मैं पडती हूं
माफ़ करना मेरी बीटिया मुझे
थक जाती हूं जब हिम्मत नहीं जुटा पाती हूँ
जाने क्यों तुम पर झन्ना जाती हूँ
सच कहूं तुमसे बहुत प्यार मैं करती हूं
मां कह कर बुलाती हो जब तुम
पगला मैं जाती हूँ
तुम्हारी शैतानियों पर दिल खोलकर हंसती हूँ
सच कहूं तुमसे बहुत प्यार मैं करती हूं
परी सी लगती हो जब खिलखिला कर हंसती हो
बित्ते भर की हो फिर भी बडी समझदार सी लगती हो
इतनी तकलीफ़ मेँ भी मुस्कुराती रहती हो
ए बीटिया ! कैसे इतना तुम सह लेती हो
कभी बडा प्यार आता है तुम पर
कभी बरस तुम पर मैं पडती हूं
माफ़ करना मेरी बीटिया मुझे
थक जाती हूं जब हिम्मत नहीं जुटा पाती हूँ
जाने क्यों तुम पर झन्ना जाती हूँ
सच कहूं तुमसे बहुत प्यार मैं करती हूं
मां कह कर बुलाती हो जब तुम
पगला मैं जाती हूँ
तुम्हारी शैतानियों पर दिल खोलकर हंसती हूँ
सच कहूं तुमसे बहुत प्यार मैं करती हूं